लखनऊ, अभिव्यक्ति न्यूज। प्रदेश Congress के Vidhan Bhavan का घेराव करने के प्रयास के दौरान राजधानी में गोरखपुर के सहजनवा से आये युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात कुमार पांडेय (31) की मौत हो गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान Congress प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कुछ देर के लिए बेहोश हो गए। प्रदर्शन के दौरान Congress कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। नेताओं को हिरासत में ले लिया गया, जिन्हें बाद में ईको गार्डेन ले जाकर छोड़ दिया गया।
ऊर्जा निगमों के निजीकरण के विरोध में था Vidhan Bhavan घेराव
ऊर्जा निगमों के निजीकरण, किसानों की समस्याएं, महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से बुधवार को Vidhan Bhavan को घेरने का ऐलान किया गया था। Vidhan Bhavan घेराव में पूरे प्रदेश के नेताओं-कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार सुबह से ही हजारों की तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय पर पहुंच गए। अपरान्ह करीब एक बजे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय से निकलकर विधानभवन की ओर कूच किया।
कुछ देर को बेहोश हो गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय
प्रदेश भर से Congress मुख्यालय पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेताओं की अगुवाई में Vidhan Bhavan की ओर कूच किया। कांग्रेसियों को रोकने के लिए पहले से ही भारी तादाद में तैनात पुलिस बल ने उन्हें कुछ दूर चलने के बाद रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। काफी देर पुलिस और Congress नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की होती रही। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कुछ देर के लिए बेहोश हो गए। पुलिस ने नेताओं को हिरासत में ले लिया, जिन्हें ईको गार्डेन ले जाकर छोड़ दिया।
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Congress कार्यकर्ता के परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
Congress कार्यकर्ता प्रभात कुमार पांडेय के परिजनों ने पुलिस को प्रार्थना देकर हत्या की आशंका जताई है। गोमतीनगर के छोटा भरवारा निवासी मनीष कुमार पांडेय की ओर से हुसैनगंज कोतवाली में दिये प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि शाम करीब सवा चार बजे Congress के कार्यालय से उनके पास प्रभात कुमार के बेहोश होने की जानकारी दी गई। पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने उन्हें सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। कहा गया है कि कार्यकर्ता को कोई बीमारी नहीं थी। अज्ञात कारणों से संभवतः उसकी हत्या की गई है। प्रार्थना पत्र में उचित कार्रवाई की मांग गई है।
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मुरादाबाद से भी लखनऊ पहुंचे थे Congress नेता
Vidhan Bhavan घेराव के उद्देश्य से मुरादाबाद सहित प्रदेश के अन्य जिलों से लखनऊ पहुंचे Congress नेताओं को पुलिस ने प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया। वरिष्ठ कांग्रेसी और अधिवक्ता आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि लखनऊ के प्रमुख मार्गों पर पुलिस ने सख्त बैरिकेडिंग कर रखी थी, जिससे न केवल Congress नेताओं को बल्कि आम नागरिकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मुरादाबाद से Congress नेता आनंद मोहन गुप्ता, असद मोलाई सहित कई अन्य कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिए लखनऊ पहुंचे थे। हालांकि, पुलिस ने घेराव को रोकने के लिए उन्हें शहर में प्रवेश करने से पहले ही रोक लिया। आईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) के जनरल सेक्रेटरी अविनाश पांडे को भी हाउस अरेस्ट कर दिया गया।
Congress विधायकों को विधानभवन में लिया हिरासत में
प्रदेश Congress के Vidhan Bhavan घेराव कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने पार्टी के दोनों विधायकों नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना व वीरेंद्र चौधरी को विधानभवन परिसर में हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में ईको गार्डेन ले जाकर छोड़ दिया गया। दोनों विधायक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के बाद जैसे ही सदन से बाहर निकले और प्रदर्शन कार्यक्रम में जाने का प्रयास करने लगे, मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों विधायकों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।
लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने की अपील- अफवाहों पर ध्यान न दें
पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने लोगों से अपील की कि Congress कार्यकर्ता प्रभात पांडे (28 वर्ष), निवासी सहजनवा, गोरखपुर, को बुधवार को Congress प्रदेश पार्टी कार्यालय से सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मृतक को आखिरी बार Congress प्रदेश पार्टी कार्यालय में देखा गया था, जहां वह बेहोशी की हालत में पाए गए। डॉक्टरों के अनुसार, प्रथम दृष्टया उनके शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मृतक के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के साथ कराया जाएगा। पुलिस विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए त्वरित और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगी। घटना के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों पर लखनऊ पुलिस का पक्ष है कि प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग किया ही नहीं गया था। इस घटना से जोड़कर गलत जानकारी और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी ताकि कानून व्यवस्था और शांति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
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