संभल, अभिव्यक्ति न्यूज। Sambhal में मुस्लिम आबादी के बीच 46 साल बाद खोले गए प्राचीन मंदिर में रविवार को सुबह से लेकर देर शाम तक लोगों द्वारा पूजा-अर्चना करने का सिलसिला जारी रहा। संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक केके विश्नोई ने भी मंदिर में पहुंचकर पूजा की। मंदिर में मथुरा से मंगाए गए लड्डू का भोग लगाया गया। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन करके माहौल को भक्तिमय बना दिया। मंदिर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी हो रही है। पुलिस बल भी तैनात है। इसके साथ ही मंदिर के पास मिले प्राचीन कुएं की खुदाई का भी कार्य तेज गति से दिन भर जारी रहा।

दिन निकलते ही श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ

Sambhal में 46 साल बाद खुले मंदिर में रविवार को दिन निकलने के साथ श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। यहां एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा और सीओ अनुज कुमार चौधरी मौजूद रहे। श्रद्धालुओं ने विधि विधान से मंदिर में पूजा अर्चना शुरू कर दी। महिलाओं ने भजन कीर्तन करते हुए माहौल को भक्तिमय बना दिया। जिलाधिकारी डॉ.राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई भी रविवार को दोपहर बाद पहुंचे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की। मथुरा से लाए गए लड्डूओं का भोग भगवान शिव और हनुमान को लगाया गया।

अतिक्रमण हटाते ही दिखने लगा मंदिर का मुख्य द्वार

Sambhal में मुस्लिम आबादी में 46 साल बाद खुलवाए गए मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर दो फिट की गैलरी बनाकर और दीवार लगाकर ऊपर से पाट दिया गया था। प्रशासन ने उस अवैध निर्माण को हटवा दिया। अब मंदिर का मुख्य द्वार दूर से नजर आ रहा है। जिला प्रशासन के प्रयास से प्राचीन मंदिर दो तरफ से अतिक्रमणमुक्त हो गया। अभी भी मंदिर के दो तरफ अतिक्रमण बरकरार है। इसे लेकर प्रशासन विचार कर रहा है कि इसे कैसे हटाने का अभियान चलाना है।

अवैध निर्माण के जरिये तीन तरफ से ढक दिया गया था मंदिर

Sambhal के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में शनिवार को तड़के चले बिजली चेकिंग अभियान के दौरान मुहल्ला खग्गू सराय में मुस्लिम आबादी के बीच मंदिर निकला था। मंदिर को तीन तरफ से निर्माण करके ढक दिया गया था। मंदिर के मुख्य द्वार के आगे दीवार बनाकर ऊपर लिंटर डाल दिया गया था। अधिकारियों ने मंदिर का ताला तुड़वाया तो अंदर हनुमान की मूर्ति, शिवलिंग और शिव परिवार स्थापित मिला। करीब 46 साल बाद खोले गए मंदिर को लेकर चर्चा का माहौल बना रहा।

मंदिर के पास कूप की खुदाई का काम रहा जारी

Sambhal में मंदिर के पास ही एक कूप भी मिला है। इसकी खुदाई का कार्य भी रविवार को जारी रहा। कुआं पुरानी ईंटों से बना हुआ था। अब मिट्टी निकल रही है तो कुआं भी साफ नजर आ रहा है। करीब 30 फिट खुदाई हो चुकी है। एक व्यक्ति ने कुएं की पूरब की तरफ प्लाट पर चहारदिवारी करके दरवाजा लगा लिया था, उसे दरवाजे को हटवाकर दीवार लगा दी गई है।

इसे भी पढ़ें : Sambhal में 46 साल पहले नरसंहार करने वालों को आज तक सजा नहीं मिली : योगी

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *