प्रतीकात्मक चित्र। साभार।

मुरादाबाद, अभिव्यक्ति न्यूज। Pakistani woman ने Bareilly के फतेहगंज पश्चिमी के माधोपुर प्राथमिक स्कूल में शिक्षिका के रूप में पिछले नौ साल से नौकरी करती रही। शिकायत मिलने के बाद Pakistani woman शुमायला खान के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आरोप है कि शुमायला खान ने रामपुर से फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी हासिल कर ली। बेसिक शिक्षा विभाग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है। Pakistani woman होने के आरोप में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका के पद से बर्खास्त की गई शुमायला की पाकिस्तानी मां भी रामपुर में सरकारी शिक्षिका रह चुकी हैं। उन्हें भी Pakistani woman होने की शिकायत के आधार पर वर्ष 2021 में बर्खास्त किया गया था

Pakistani woman शिक्षिका की डीएम Bareilly से की गई थी शिकायत

Bareilly में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका रही शुमायला खान पाकिस्तान की नागरिक हैं। Pakistani woman शुमायला खान पिछले करीब नौ साल से सरकारी शिक्षिका के पद पर नौकरी कर रही थी। उनकी 6 नवंबर 2015 को नियुक्ति हुई थी। उसने रामपुर से फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाया था। इसके बाद उसका चयन हुआ और उसे फतेहगंज पश्चिमी के माधोपुर प्राथमिक स्कूल में तैनाती मिली। इसी बीच किसी ने Bareilly जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार से शिकायत की। इसके बाद पूरे प्रकरण की जांच कराई गई। जांच सही मिलने पर शुमायला खान के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

रामपुर एसडीएम ने खारिज कर दिया था शुमायला का निवास प्रमाण पत्र

Bareilly डीएम की ओर से कराई गई जांच में खुलासा हुआ कि रामपुर सदर एसडीएम ने Pakistani woman शुमायला खान का रामपुर का निवास प्रमाण पत्र खारिज कर दिया है। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद Bareilly के बेसिक शिक्षा विभाग ने Pakistani woman को नौकरी से तत्काल बर्खास्त कर दिया। आरोपी महिला के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पाकिस्तानी नागरिकता वाली महिला के सरकारी टीचर बनने की खबर Bareilly जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। शिक्षा विभाग Pakistani woman से वेतन की वसूली भी कर सकता है।

बेटी से पहले पाकिस्तानी मां भी रह चुकी है शिक्षिका

Bareilly में पाकिस्तानी नागरिक होने के आरोप में बर्खास्त की गई शिक्षिका शुमायला खानम की मां माहिरा अख्तर भी रामपुर में शिक्षिका रह चुकी हैं। पाकिस्तानी नागरिक होने की शिकायत मिलने के बाद सेवानिवृत्त होने से तीन माह पहले वर्ष 2021 में शिक्षा विभाग ने माहिरा अख्तर को बर्खास्त कर दिया था। Pakistani woman माहिरा अख्तर रामपुर के थाना गंज के मोहल्ला बागीचा चौधरान में किराये के मकान में रहती थीं, लेकिन, दो माह पहले ही वह बरेली चली गईं। अब माहिरा अख्तर की बेटी के खिलाफ भी Bareilly में फर्जी दस्तावेजों से नौकरी करने की रिपोर्ट दर्ज हुई है और उन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया है।

माहिरा अख्तर ने Pakistani व्यक्ति से शादी की थी

रामपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला आतिशबाजान की माहिरा अख्तर ने जून 1979 में पाकिस्तान निवासी सिबगत अली से निकाह किया था। निकाह के बाद माहिरा पाकिस्तान चली गई थीं। उन्हें पाकिस्तान की नागरिकता भी मिल गई थी। शादी के 10 साल बाद उनका पति से तलाक हो गया था। इसके बाद माहिरा ने पाकिस्तान के पासपोर्ट पर भारत का वीजा प्राप्त किया था और अपनी दोनों बेटियों शुमायला खान और आलिमा के साथ मायके आ गईं थीं। इसके बाद वह पाकिस्तान नहीं गईं और रामपुर में ही बस गईं।

रामपुर के सैदनगर ब्लॉक में शिक्षिका थीं माहिरा अख्तर

बताया जा रहा कि Pakistani नागरिक माहिरा अख्तर को 22 जनवरी 1992 को बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी मिल गई थी। वह सैदनगर के ब्लॉक कुम्हरिया में सहायक अध्यापक थीं। लोगों ने जानकारी होने के बाद इस मामले की शिकायत की थी। इसके बाद जांच कराई गई थी। जांच में मामला प्रकाश में आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग भी सक्रिय हो गया था। सेवानिवृत होने से तीन माह पहले वर्ष 2021 में विभाग ने Pakistani नागरिक माहिरा अख्तर को बर्खास्त कर दिया था।

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