देहरादून, अभिव्यक्ति न्यूज। Uttarakhand की पुष्कर सिंह धामी सरकार के निर्देश के बाद शासन-प्रशासन Chardham Yatra को बृहद और सुगम बनाने में जुट गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों के अनुसार Chardham Yatra को सुरक्षित और स्वास्थ्य-संबंधी दृष्टि से और बेहतर बनाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए हैं, जो तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे। Uttarakhand सरकार की यह प्रतिबद्धता Chardham Yatra को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। Uttarakhand सरकार ने विभिन्न भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए 12 भाषाओं में health advisory एवं एसओपी जारी की है।

विश्व प्रसिद्ध Chardham Yatra 30 अप्रैल से शुरू होगी
गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने के साथ ही विश्व प्रसिद्ध Uttarakhand की Chardham Yatra की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट दो मई और बद्रीनाथ धाम के कपाट चार मई को खुलेंगे। Chardham Yatra शुरू होने में करीब एक महीने का समय बचा है। ऐसे में Uttarakhand शासन और स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए Chardham Yatra को सुगम बनाने के लिहाज से तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है।
दूसरे राज्यों को पत्र भेजकर मांगा सहयोग
Uttarakhand के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने गुरुवार को बताया कि सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से आग्रह किया गया है कि Chardham Yatra से पूर्व स्वास्थ्य जांच, सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारियों पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। विशेषकर, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री जैसे ऊंचे-चढ़ते क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों को कठोर जलवायु, निम्न ऑक्सीजन स्तर एवं कठिन मार्ग स्थितियों का सामना करना पड़ता है। अतः तीर्थयात्री जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक तैयारियों के साथ आएं।
तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
Uttarakhand के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि Chardham Yatra से पहले स्वास्थ्य जांच कराएं और Chardham Yatra की योजना कम से कम सात दिन पहले बनाएं। केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा के दौरान हर एक से दो घंटे में 5-10 मिनट का विश्राम करें। यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, रेनकोट, छाता, पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री अपनी जरूरी दवाइयां और डॉक्टर का नंबर साथ रखें। यदि Chardham Yatra के दौरान सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर या उल्टी महसूस हो तो तुरंत निकटतम मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पर जाएं।
Chardham Yatra मार्गों पर बनाए गए हेल्थ स्क्रीनिंग प्वाइंट
Chardham Yatra के दौरान Uttarakhand आने वाले तीर्थयात्रियों की ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल सहित 28 पैरामीटर की जांच के लिए बनाए गए स्क्रीनिंग प्वाइंट रजिस्ट्रेशन प्वाइंट के साथ जोड़े गए हैं ताकि Chardham Yatra शुरू करने से पहले यात्रियों की पूरी स्वास्थ्य जांच हो सके। Chardham Yatra मार्ग पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट की संख्या बढ़ाई गई है। वहां डॉक्टरों के साथ प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती होगी।
चिकित्सा विशेषज्ञों से स्वैच्छिक सेवा का आग्रह
Uttarakhand के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि आस-पड़ोस के राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से यह भी कहा गया है कि वे अपने राज्य से चिकित्सा विशेषज्ञों, विशेषकर हृदय रोग, आस्थि रोग, सर्जन जैसे चिकित्सकों को स्वैच्छिक रूप से Chardham Yatra मार्ग पर स्थित चिकित्सालयों में योगदान देने के लिए प्रेरित करें। विशेषज्ञों से अपेक्षित योगदान कम से कम 15 दिनों के लिए होगा, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और चिकित्सकों को मानव सेवा का अवसर मिल सके।
स्वास्थ्य जागरूकता के लिए वितरित होगी प्रचार सामग्री
Uttarakhand सरकार ने Chardham Yatra से संबंधित स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए क्या करें, क्या न करें और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सामग्री भी सभी राज्यों में साझा की है, ताकि तीर्थयात्री यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें। यात्रा मार्ग पर स्थित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे इस सामग्री को स्थानीय स्तर पर वितरित करें, ताकि आम तीर्थयात्री यात्रा के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
चारधाम तीर्थयात्रियों के लिए जारी स्वास्थ्य एडवाइजरी
Chardham Yatra से पूर्व अनिवार्य स्वास्थ्य जांच कराएं।
कम से कम दो माह पूर्व पैदल चलने, प्राणायाम एवं हृदय संबंधी व्यायाम अपनाएं।
आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा साथ रखें।
स्वास्थ्य एवं पर्यटन पंजीकरण ऐप पर अनिवार्य पंजीकरण करें।
पर्याप्त जल, संतुलित आहार एवं हल्के गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
स्क्रीनिंग केंद्र एवं चिकित्सा राहत पोस्ट का लाभ उठाएं।
हल्की परतों वाले कपड़े, गरम वस्त्र, दस्ताने एवं ऊनी सामग्री साथ रखें।
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