गाजियाबाद, अभिव्यक्ति न्यूज। गाजियाबाद जिला कोर्ट में मंगलवार को बवाल हो गया। जिला जज और पूर्व बार अध्यक्ष के बीच कहासुनी के बाद हंगामा शुरू हो गया। सूचना पर भारी पुलिस बल पहुंच गया और कोर्ट में हंगामा कर रहे वकीलों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। लाठीचार्ज के दौरान 12 से अधिक वकील घायल हो गए। इसके बाद पूरे कोर्ट में अराजकता का माहौल बन गया। नाराज वकीलों ने नारेबाजी की। पुलिस-पीएसी के लाठीचार्ज के बाद पूरे परिसर में भगदड़ की स्थित बन गई थी। बाद में गुस्साए वकीलों ने पुलिस चौकी फूंक दी।
जमानत अर्जी ट्रांसफर करने की मांग पर शुरू हुआ विवाद
जिला जज अनिल कुमार और पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष नाहर सिंह यादव के बीच मंगलवार को एक जमानत अर्जी को दूसरे कोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग पर बहस हो गई। इससे नाराज होकर जज डायस से नीचे आ गए। आरोप है कि पूर्व बार अध्यक्ष के साथ मौजूद वकीलों ने कहा-सुनी के बाद जिला जज से बदसलूकी कर दी। इस पर हंगामा शुरू हो गया। इस पर कोर्ट रूम में पुलिस को बुला लिया गया। वकीलों ने हंगामे के दौरान कामकाज बंद कर दिया। सूचना मिलते ही भूतल पर तैनात पीएसी के जवान भी कोर्ट रूम में पहुंच गए और पुलिस अफसरों से उलझ रहे वकीलों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। नाराज वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इससे पूरे कोर्ट परिसर में भगदड़ की स्थित बन गई थी।
पुलिस चौकी में आगजनी, सामान भी फूंका
हंगामे और लाठीचार्ज के दौरान कचहरी परिसर में स्थित पुलिस चौकी में आगजनी की घटना हो गई। आग लगते ही अफरा-तफरी का माहौल हो गया। वकीलों का आरोप है कि जिला जज कोर्ट रूम में उन्हें दरवाजे बंद करवाकर पिटवाया। इसमें कई वकील गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश अधिवक्ता एसोसिएशन ने नाराजगी जाहिर करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की मांग की। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
पुलिस का आरोप, वकील हो रहे थे हमलावर
इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि वकीलों के एक समूह ने जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान जिला जज पर दबाव डाल रहे थे। इस दौरान उन पर हमला करने का प्रयास किया गया। बाद में वकीलों ने कचहरी परिसर की पुलिस चौकी में भी आग लगा दी। पुलिस ने मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया।
जिला न्यायालय परिसर में हुए लाठीचार्ज के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट से बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने गाजियाबाद न्यायालय परिसर के अंदर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करने से व्यथित होकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश का आरोप है कि जिला जज, गाजियाबाद ने हाईकोर्ट को सूचित किए बिना या बार काउंसिल को सूचित किए बिना ही पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को बुलाकर अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज कराया।