लखनऊ, अभिव्यक्ति न्यूज डेस्क : अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के बीच यूपी में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। बुलडोजर को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच तीखी बयानबाजी जारी है। दरअसल बुलडोजर को लेकर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के अतिरिक्त यूपी में हाल ही में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। भाजपा और सपा ने इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पूरा दम लगा रखा है। इस तीखी बयानबाजी के पीछे राजनैतिक दलों की उपचुनाव को लेकर सियासी गोटियां बिछाने की रणनीति ज्यादा दिख रही है। दोनों ही नेता एक-दूसरे पर वार और पलटवार करने में नहीं चूक रहे हैं।
अखिलेश की टिप्पणी के बाद तेज हुई बयानबाजी
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद सभी बुलडोजर का मुंह गोरखपुर की ओर मोड़ दिया जाएगा, जो सीधे मुख्यमंत्री और गोरखनाथ मंदिर को चुनौती माना जा रहा। इसके बाद धार्मिक और राजनैतिक जगत में अखिलेश यादव के बयान की जमकर आलोचना शुरू हुई। पूर्व मुख्यमंत्री के बयान के खिलाफ मोर्चा स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने संभाला और अखिलेश पर तीखा हमला बोला।
वार: दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले नहीं चला सकते बुलडोजर : योगी
लखनऊ में बुधवार को नियक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अखिलेश यादव का बिना नाम लिए करारा जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलडोजर को चलाने के लिए इसके जैसी इच्छा शक्ति और क्षमता भी चाहिए। जो लोग दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते रहे हैं वह लोग बुलडोजर नहीं चला सकते हैं। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुखे। उन्होंने कहा कि टीपू भी सुल्तान बनने के सपने देख रहे हैं। कई साल पहले एक धारावाहिक आया था, मुंगेरी लाल के हसीन सपने। ये भी आज भी वही सपने देख रहे हैं। जनता ने इन्हें जब मौका दिया था, तब इन लोगों ने युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
पलटवार : बुलडोजर को ही बना लें चुनाव चिन्ह : अखिलेश
मुख्यमंत्री योगी की बुलडोजर पर इच्छा शक्ति वाले बयान के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पलटवार किया है। उन्होंने लिखा, अगर आप और आपका बुलडोजर इतना ही सफल है, तो अलग पार्टी बनाकर बुलडोजर को चुनाव चिह्न लेकर चुनाव लड़ जाइए। भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी। वैसे भी आपके जो हालात हैं, उसमें आप भाजपा में होते हुए भी नहीं के बराबर ही है, अलग पार्टी आपको आज नहीं तो कल बनानी ही होगी।
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