प्रयागराज, अभिव्यक्ति न्यूज। Prayagraj Mahakumbh में मौनी अमावस्या के दिन संगम पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 श्रद्धालुओं के घायल होने के बाद गुरुवार को नागेश्वर घाट के निकट झूंसी छतनाग सेक्टर 22 की टेंट सिटी में आग लग गई। इससे लगभग 15 शिविर जलकर राख हो गए। दूसरी घटना अरैल क्षेत्र के dome city में हुई। फायर ब्रिगेड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसों में किसी जनहानि की सूचना नहीं मिली है।
शार्ट सर्किट से लगी आग, मौके पर मची अफरा-तफरी
Prayagraj Mahakumbh में नागेश्वर घाट के निकट झूंसी छतनाग सेक्टर 22 की टेंट सिटी में आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया गया। हादसे में किसी के हताहत न होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। आगजनी की दूसरी घटना सेक्टर 24 स्थित dome city में हुई। शाम करीब चार बजे आग की लपटें देख आस-पास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर तत्काल फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया। सूचना पाकर पुलिस के कई अधिकारी भी पहुंचे और घटना की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि शार्ट सर्किट से आग लगने की घटना हुई है।
रास्ता दुरुस्त न होने से फायर ब्रिगेड को पहुंचने में आई कठिनाई
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि टेंट सिटी में आग लगने की सूचना जैसे मिली, दमकल की टीम को तत्काल मौके पर भेज कर राहत कार्य शुरू कराया गया। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया। उन्होंने बताया कि जहां आग लगी थी, वहां पहुंचने का सही रास्ता नहीं था, इसलिए टीम को पहुंचने में थोड़ा समय लग गया। आगजनी में कोई हताहत नहीं हुआ है। मालूम हो प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र में इससे पहले भी 19 जनवरी को गोरखपुर के गीता प्रेस के शिविर में भीषण आग लग गई थी और 150 से अधिक शिविर जल गए थे। प्रयागराज महाकुंभ में अब तक पांच जगहों पर आगजनी की घटना हो चुकी है।
मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अलर्ट मोड पर Prayagraj Mahakumbh मेला पुलिस
Prayagraj Mahakumbh में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं के जान गंवाने और 60 श्रद्धालुओं के जख्मी होने के बाद से पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। पुलिस ने Prayagraj Mahakumbh मेला क्षेत्र में कड़ी व्यवस्था लागू कर दी। प्रयागराज महाकुंभ नगर में प्रवेश करने वाले वाहनों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। प्रयागराज से सटे आठ जिलों के बॉर्डर को सील कर दिया गया है। वहीं हर चेकिंग पॉइंट पर वाहनों की कड़ी निगरानी और तलाशी ली जा रही है।
Prayagraj Mahakumbh नगर से 20 किलोमीटर दूर रोके जा रहे वाहन
Prayagraj Mahakumbh नगर को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है। Prayagraj Mahakumbh क्षेत्र के हर चौराहे और बैरीकेडिंग पर गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों को 20 किलोमीटर दूर ही रोक दिया जा रहा है। मेला क्षेत्र में लगाए गए बैरीकेडिंग पर रुकने वाली भीड़ को भी पुलिस और बीएसएफ के जवान दूसरे रास्ते से भेजने तथा निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
घटनास्थल का आज दौरा करेंगे न्यायिक जांच आयोग के सदस्य
Prayagraj Mahakumbh में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे की जांच करने शुक्रवार को न्यायिक आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत न्यायमूर्ति हर्ष कुमार समेत सदस्य पूर्व आईएएस डीके सिंह और पूर्व आईपीएस अफसर वीके गुप्ता घटनास्थल का दौरा करेंगे। राज्य सरकार ने 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद बुधवार को इस आयोग का गठन किया था। आयोग के सदस्य जांच के बाद हादसे के कारणों से सरकार को अवगत कराएंगे।
इसे भी पढ़ें : Pratapgarh : unrequited love में सिरफिरे ने स्कूल जा रही teacher को फूंका, खुद भी झुलसा