लखनऊ, अभिव्यक्ति न्यूज। झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को हुए अग्निकांड में 10 नवजात शिशुओं की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त तेवर अख्तियार कर लिए हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा को मौके पर भेजकर हादसे की पूरी रिपोर्ट लेने के बाद घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर महानिदेशक चिकित्सा एवं शिक्षा (DGME) की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय टीम से सात दिन में रिपोर्ट तलब की गई है। उधर, मंडलायुक्त और डीआईजी की रिपोर्ट भी शासन को मिल गई है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट की कुछ खामियों और लापरवाह अफसरों के बारे में जिक्र है। ऐसे में लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई होना तय माना जा है।
मंडलायुक्त और डीआईजी की रिपोर्ट में कई लापरवाहों के नाम उजागर
झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल इकाई (SNCU) में शुक्रवार की रात लगभग 10.30 बजे भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का तत्काल संज्ञान लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। इसके बाद 15 से 20 मिनट में ही शीर्ष अधिकारियों की टीम ने SNCU में भर्ती 54 शिशुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त और डीआईजी से 12 घंटे के भीतर हादसे के रिपोर्ट तलब की थी। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट शासन को मिल गई है। इसमें मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से जुड़े प्रथमदृष्टया दोषी और लापरवाह अफसरों को चिह्नित किया गया है। माना जा रहा है इनके खिलाफ कार्रवाई होना तय है।
इसे भी पढ़ें : दर्दनाक हादसा : झांसी मेडिकल कॉलेज के SNCU में आग से 10 शिशुओं की झुलसकर मौत, CM Yogi ने जताया गहरा दुख
डीजीएमई किंजल सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम गठित
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सख्त तेवर देखते हुए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा ने झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे की जांच के लिए महानिदेशक मेडिकल शिक्षा (DGME) किंजल सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक स्वास्थ्य, अपर निदेशक विद्युत और महानिदेशक अग्निशमन शामिल हैं। यह कमेटी अपनी जांच आख्या अगले सात दिनों में शासन को सौंपेगी। शासन स्तर पर माना जा रहा है कि चार सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद कुछ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
फायर फाइटिंग इक्यूपमेंट सही, जून में हुआ था मॉक ड्रिल : ब्रजेश पाठक
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हादसा स्ठल से लौटने के बाद बताया कि झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के हादसे के कारणों की पड़ताल की जा रही है। कई चरणों में होने वाली जांच में पहली जांच शासन स्तर से स्वास्थ्य महकमा, दूसरी जांच जिला पुलिस और फायर विभाग करेगा। इसके अलावा तीसरी मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है। यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में सभी फायर फाइटिंग इक्यूपमेंट पूरी तरह से ठीक थे। यहां फरवरी में फायर सेफ्टी ऑडिट और जून में मॉक ड्रिल भी किया गया था।
इसे भी पढ़ें : झांसी मेडिकल कॉलेज हादसा: रेस्क्यू ऑपरेशन से मिनटों में शिफ्ट किए शिशु, सीएम लेते रहे पल-पल की जानकारी