Dehradun, Abhivyakti News। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध Chardham Yatra शुरू हो गई। देश-दुनिया के तीर्थयात्री Chardham Yatra के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। Chardham Yatra से जहां श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति प्राप्त हो रही है, वहीं उत्तराखंड की महिलाओं को रोजगार की प्राप्ति हो रही है। Chardham Yatra रूट पर बसे शहरों और गांवों के Women self-help groups द्वारा तैयार स्थानीय उत्पाद, प्रसाद की जमकर बिक्री हो रही है। इसके साथ ही होमस्टे का कारोबार भी चमक उठा है। Women self-help groups के उत्पादों की बिक्री तो ऑफ लाइन के साथ ही ऑन लाइन भी हो रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि Women self-help groups को हर सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकार तत्पर है।

रुद्रप्रयाग में 150 से ज्यादा Women self-help groups कर रहे कार्य
केदारनाथ यात्रा से इस साल रुद्रप्रयाग जनपद के Women self-help groups को जबरदस्त काम मिल रहा है। जनपद के करीब डेढ़ सौ Women self-help groups, प्रसाद, जौ, तिल, कॉइन सोवेनियर, स्थानीय उत्पादों की बिक्री करने से लेकर होमस्टे और Chardham Yatra मार्ग पर जलपान गृह तक संचालित कर रहे हैं। इससे सैकड़ों महिलाओं की आजीविका को सहारा मिल रहा है। केदारनाथ प्रसाद की ऑनलाइन भी खरीद की जा सकती है। इसके साथ ही उद्योग विभाग के भटवाड़ीसैंण स्थित ग्रोथ सेंटर में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति सोवेनियर के रूप में तैयार की जाती है, जिसे श्रद्धालु केदारनाथ मंदिर के स्मृतिचिह्न के रूप में अपने साथ ले जाते हैं। जिला उद्योग केंद्र रुद्रप्रयाग द्वारा संचालित इस ग्रोथ सेंटर का भी स्थानीय महिलाएं ही संचालन करती हैं। इस वर्ष अब तक पाँच हजार प्रतिकृतियाँ तैयार की जा चुकी हैं तथा यह क्रम जारी है।

जखोली में जमकर बिक रहा 1200 रुपये प्रति किलोग्राम बदरी गाय का घी
केदारनाद यात्रा मार्ग पर स्थित जखोली ब्लॉक में करीब 50 Women self-help groups Chardham Yatra से जुड़ा कारोबार कर रहे हैं। इसमें 30 Women self-help groups प्रसाद तैयार कर रहे हैं, जबकि 10 Women self-help groups धूपबत्ती बनाने और 10 अन्य समूह पहाड़ी उत्पादों को बेचने का काम कर रहे हैं। इसके लिए प्रशासन ने इन्हें दुकानें भी आवंटित की हुई हैं, जहां बदरी गाय का घी 1200 रुपये प्रति किलो की दर पर उपलब्ध है। देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु बदरी गाय के घी को खूब पसंद कर रहे हैं और अपने साथ खरीदकर ले जा रहे हैं।
अगस्त्य मुनि और ऊखीमठ में भी महिलाएं लगीं रोजगार में
अगस्त्यमुनि ब्लॉक में करीब 38 महिला स्वयं सहायता समूह यात्रा कारोबार से जुड़े हैं। महिला समूह सोवेनियर बनाने से लेकर, प्रसाद पैकेजिंग और स्थानीय उत्पाद यात्रा मार्ग पर बेच रहे हैं। इनमें कुछ समूह यात्रा मार्ग पर जलपान गृह भी संचालित कर रहे हैं। इससे करीब 90 महिलाओं को रोजगार मिला हुआ है। उखीमठ ब्लॉक में करीब 60 महिला स्वंय सहायता समूह यात्रा से संबंधित व्यवसाय कर रहे हैं। 48 महिला समूह सीधे तौर पर प्रसाद तैयार कर रहे हैं, जबकि शेष सोवेनियर निर्माण, जलपान गृह, यात्रियों को ठहराने के लिए टेंट संचालन, होमस्टे और स्थानीय उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी बोले, सरकार हर सहायता को तैयार

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि Chardham Yatra Women self-help groups की आर्थिकी का आधार बन रही है। सरकार इसके लिए Women self-help groups को यात्रा मार्ग पर स्टॉल उपलब्ध कराने से लेकर हर तरह की सहायता दे रही है। महिलाएं स्थानीय उत्पादों की बिक्री कर वोकल फॉर लोकल के नारे को भी चरितार्थ कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि Chardham Yatra पर आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों से अपील है कि वे स्थानीय Women self-help groups के गुणवत्तापरक उत्पादों को खरीदने का प्रयास करें।
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