अयोध्या। रामलला के दर्शन कराने के नाम पर रामभक्तों से हो रही अवैध वसूली पर श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने वीडियो बयान जारी कर अपील की है कि राममंदिर की व्यवस्था तिरुपति बालाजी मंदिर से भिन्न है। यहां किसी प्रकार से दर्शन के लिए धनराशि नहीं ली जाती है। उन्होंने कहा कि दर्शन के लिए किसी को धन देने वालों को समझ लेना चाहिए कि वह ठगे जा रहे हैं और उनके साथ धोखाधड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे ठगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
रामलला के दर्शन करने में एक घंटे से कम वक्त लगता
चंपत रातय ने अपील की है कि दर्शन के लिए कोई धनराशि किसी व्यक्ति को देकर समाज में बुराई न पैदा करें और वह धनराशि गरीबों को दान कर दें। उन्होंने कहा कि लाइन में लगकर एक घंटे में दर्शन सरलता से हो जाएगा इसलिए भक्त बनकर आइए और अच्छे से दर्शन करिए। अत्यधिक भीड़ होने के बाद भी ज्यादा से ज्यादा सवा घंटे में आसानी से दर्शन हो जाते हैं। मोबाइल और जूता दूर रखकर आने वाले को और भी कम समय लगता है।
प्रात सात बजे और रात आठ बजे के बाद अच्छे से होते दर्शन
प्रातः 7:00 बजे और रात्रि को 8:00 के बाद दर्शन और अच्छा है। पैदल आने-जाने में मात्र एक से सवा किलोमीटर तक का सफर करना पड़ता है। चंपतराय ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बालक रूप में उनकी सेवा होती है। राम लला की प्रतिमा जीवंत रूप में विराजमान हैं। यहां प्रतिदिन सवा लाख से डेढ़ लाख राम भक्त दर्शन कर रहे हैं। दिन भर में 14 घंटे भक्तों को रामलला के दर्शन हो रहे हैं।