मुरादाबाद, अभिव्यक्ति न्यूज। मुरादाबाद में दिल्ली रोड पर स्थित IFTM University की बीएससी बॉयोटेक्नोलॉजी सेकेंड समेस्टर की छात्रा शुक्रवार को जान देने के इरादे से संस्थान की छत पर चढ़ गई। इसकी जानकारी जब अन्य छात्रों तथा IFTM University प्रशासन को हुई तो बिल्डिंग के बाहर भीड़ जुट गई। साथी छात्रों ने उसे समझाने की कोशिश की। छात्रा काफी देर तक छत पर खड़े होकर कूदने की धमकी देती रही। इस दौरान कुछ छात्र छत पर पहुंच गए और छात्रा को पकड़ा। IFTM University प्रशासन ने दावा किया कि घरेलू समस्या के चलते छात्रा ने यह कदम उठाया था। मामले की जानकारी परिजनों को दी गई। इस पर वह यूनिवर्सिटी पहुंचे और छात्रा को घर ले गए।
छत पर पहुंच कर छात्रा बोली, मैं नीचे कूद रही हूं
जनपद अमरोहा की निवासी ग्रामीण की बेटी पाकबड़ा थाना क्षेत्र के लोदीपुर राजपूत स्थित IFTM University में बीएससी बॉयोटेक्नोलॉजी के सेकेंड समेस्टर की छात्रा है। छात्रा शुक्रवार की दोपहर लगभग 3:30 बजे के बॉयोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के भवन की छत पर पहुंच गई। छात्रा छत से कूदने का प्रयास कर रही थी। उसने कई बार शोर मचाकर कहा कि मैं नीचे कूद रही हूं। इस दौरान संस्थान के छात्रों और अधिकारियों की नजर पड़ी। इस पर सभी ने शोर मचा कर छात्रा को कूदने से रोकने का प्रयास किया। कुछ लोग तेजी से दौड़कर भवन की छत पर पहुंच गए और छात्रा को पकड़कर नीचे ले आए। विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिजनों को मामले की जानकारी दे दी।
IFTM University पहुंचे परिजन छात्रा को ले गए घर
IFTM University प्रशासन से जानकारी मिलने के बाद छात्रा के परिजन यूनिवर्सिटी पहुंच गए। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों को बताया की छात्रा की दवाई चल रही है। वह किसी भी बात पर अचानक परेशान हो जाती है। नीचे उतरने के बाद भी छात्रा बार-बार यही कह रही थी कि मुझे इस दुनिया में नहीं रहना है। इसके बाद परिजन उसे अपने साथ ले गए। थाना पाकबड़ा प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया की इस मामले की जानकारी हमें नहीं है। अगर शिकायती पत्र मिलता है तो जांच करके अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
IFTM University प्रशासन ने कराई छात्रा की काउंसिलिंग
IFTM University के डीन स्टूडेंट वेलफेयर अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि छात्रा अचानक छत पर पहुंच गई, लेकिन उसे समझा-बुझाकर नीचे उतार लिया गया। इसके बाद छात्रा की काउंसिलिंग कराई गई। काउंसिलिंग में पता चला कि छात्रा पारिवारिक कारणों के चलते परेशान रहती है और उसकी दवा भी चल रही है। अब छात्रा को उनके पिता के साथ घर भेज दिया गया है। जब वह सही हो जाएगी तभी दोबारा पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालय आएगी।
इसे भी पढ़ें : Health tips : शुगर लेवल कंट्रोल करने को अपनाएं पांच नेचुरल तरीके, diabetes पर लगेगी लगाम