देहरादून। लोकतंत्र के उत्सव में उत्तराखंड में एक-एक मत दर्ज करने के लिए निर्वाचन आयोग ने हेलीकॉप्टर से लेकर घोड़े-खच्चर तक की व्यवस्था की है। चम्पावत जिले के तल्लादेश स्थित मोस्टा बकोड़ा बूथ पर ईवीएम पहुंचाने के लिए खच्चरों की सेवाएं ली गईं। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने आपात स्थिति से निपटने के लिए उत्तराखंड के दोनों मंडलों गढ़वाल और कुमाऊं में एक- एक हेलीकॉप्टर भी तैनात किया है।
मतदान केंद्र पर पहुंचने से पहले दस जगह विश्राम किया
चम्पावत जिला मुख्यालय से 58 किमी दूर स्थित मोस्टा बकोड़ा बूथ पहुंचने को मतदानकर्मियों को 45 किमी की दूरी वाहन से तय करनी होती है। इसके बाद 13 किमी की खड़ी चढ़ाई पार करनी होती है, इसमें दो दिन लग जाते हैं। यहां तक ईवीएम और अन्य साजोसामान ले जाने के लिए निर्वाचन आयोग ने खच्चरों की व्यवस्था की है। इस तरह मतदान कार्मिक, घोड़े पर ईवीएम लादकर चार घंटे पैदल चलने के बाद गुरुवार को उक्त बूथ पर पहुंच पाए। बूथ पर पहुंचने से पहले कार्मिकों ने दस जगह विश्राम किया। बकोड़ा के इस बूथ पर 467 वोटर हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में इस बूथ पर 261 वोटर पंजीकृत थे। इनमें से 89 प्रतिशत लोगों ने मतदान में भागीदारी की थी। इस बार यहां सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में अनूप आर्य, सेक्टर पुलिस अधिकारी बीएस नेगी के साथ मदन सिंह, प्रकाश दत्त, संदीप मेहता, हिम्मत सिंह की ड्यूटी लगी है।
सड़क की मांग को लेकर नाराज हैं ग्रामीण
मोस्टा बकोड़ा के ग्रामीण दशरथ सिंह, महेंद्र सिंह, दीवान सिंह ने बताया कि बीते आम चुनाव में ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया था। पर सड़क बनाने का भरोसा देकर प्रशासन ने मना लिया था। पांच साल गुजर गए पर सड़क नहीं बनी। एक साल पहले तत्कालीन डीएम ने भी सड़क बनवाने का आश्वासन दिया। डीएम नवनीत पांडेय ने बताया कि सड़क का प्रस्ताव भारत सरकार के पास पहुंच गया है।
दुर्गम में ईवीएम पहुंचाने को मजदूरों को लगाया गया
पौड़ी जिले में मतदान केंद्रों तक ईवीएम और अन्य साजोसामान पहुंचाने के लिए 658 मजदूर और 10 घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था की गई। घोड़े-खच्चरों को 400 और मजदूरों को 350 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। टिहरी में भी ईवीएम सहित अन्य सामान पहुंचाने के लिए मजदूर और घोड़े-खच्चर की दर तय की गई हैं। चमोली जिले में इस काम के लिए 498 मजदूरों की सेवाएं ली जा रही हैं। बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ में भी जरूरत पड़ने पर खच्चर और मजदूरों की सेवाएं लेने के आदेश दिए गए हैं।
व्हील चेयर और डंडी-कंडी की भी व्यवस्था
उत्तराखंड के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय जोगदंडे ने बताया कि उत्तराखंड में मतदान प्रक्रिया में लगे कर्मचारियों को पहुंचाने सहित निर्वाचन प्रक्रिया में किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है। इसके साथ ही मतदान केंद्रों पर जरूरत के अनुसार व्हील चेयर और डंडी-कंडी की व्यवस्था भी की गई है।