प्रयागराज, अभिव्यक्ति न्यूज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले चार दिन से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर आंदोलित प्रतियोगी छात्रों की पीड़ा का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने आयोग को अभ्यर्थियों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने को कहा था। यूपी लोक सेवा आयोग ने PCS (Pre.) 2024 को एक ही दिन में कराये जाने का निर्णय लिया। इसके साथ ही RO/ARO (Pre.) 2023 को स्थगित कर इसके लिए आयोग द्वारा समिति का गठन किया गया। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस निर्णय से प्रतियोगी परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों को राहत मिली है। इससे पहले यूपी लोक सेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन गुरुवार को चौथे दिन भी लगातार जारी है। प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन 80 घंटे में एक पल के लिए भी ब्रेक नहीं हुआ है।

छात्रों के हित में सीएम योगी की पहल

पिछले कुछ दिनों से यूपी लोक सेवा आयोग की PCS (Pre.) 2024 और RO/ARO (Pre.) 2023 परीक्षाओं को लेकर प्रतियोगी छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति बनी हुई थी। छात्रों की मांग थी कि PCS (Pre.) 2024 और RO/ARO (Pre.) 2023 परीक्षाओं को एकाधिक पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में संपन्न कराया जाए। इसके साथ ही मानकीकरण की प्रक्रिया को भी स्थगित किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर आवश्यक निर्णय ले। आयोग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर छात्रों से संवाद किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए यह निर्णय लिया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।

आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए समिति का गठन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर यूपी लोक सेवा आयोग ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके।

चयन परीक्षाओं की पारदर्शिता पर विशेष ध्यान

यूपी लोक सेवा आयोग के सचिव ने बताया कि हाल के महीनों में देश के कई हिस्सों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसी कारण, आयोग ने दिसंबर में प्रस्तावित PCS (Pre.) 2024 और RO/ARO (Pre.) 2023 परीक्षाओं को एकाधिक पालियों में आयोजित करने की घोषणा की थी। हालांकि, छात्रों की मांग और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।

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प्रतियोगी छात्रों को मिलेगा फायदा

यूपी लोक सेवा आयोग के फैसले से लाखों प्रतियोगी छात्रों को जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। परीक्षा को एक ही दिन में आयोजित करने से छात्रों को परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का भरोसा मिलेगा। साथ ही, आयोग द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट से भविष्य में होने वाली परीक्षाओं की शुचिता को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस फैसले के बाद छात्रों में खुशी की लहर है और वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस त्वरित निर्णय की सराहना कर रहे हैं।

जब भाजपा जाएगी तब नौकरी आएगी : अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा छात्रों के आंदोलन के बाद अपना फैसला वापस लेने पर कहा कि भाजपा सरकार को चुनावी गणित समझ आते ही जब अपनी हार सामने दिखाई दी तो वह पीछे तो हटी पर उसका घमंड बीच में आ गया है, इसलिए वह आधी मांग ही मान रही है। युवा समझदार हैं, सरकार इन्हें झुनझुना नहीं पकड़ा सकती है। उन्होंने कहा कि जब एक परीक्षा हो सकती है तो दूसरी क्यों नहीं। अंत में कहा कि भाजपा जाएगी तब नौकरी आएगी।

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