मुरादाबाद, अभिव्यक्ति न्यूज। संभल जनपद के नखासा थाना क्षेत्र में पांच दिन पहले जान लेने के इरादे से मिट्टी में दबाई गई नवजात का स्वास्थ्य धीरे-धीरे सुधर रहा है। उधर पुलिस ने इस मामले का बुधवार को खुलासा करते हुए नवजात की बिन ब्याही मां और उसके शादीशुदा प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए दावा किया है कि गांव के एक बच्ची के पिता के साथ अवैध संबंध के चलते युवती गर्भवती हो गई। युवती ने नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद उसकी जान लेने के इरादे से प्रेमी के साथ मिलकर उसे जमीन में दबा दिया था। पुलिस ने बिन ब्याही मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक बच्ची का पिता है बिन ब्याही युवती का शादीशुदा प्रेमी
नखासा थाना क्षेत्र के मन्नीखेड़ा गांव में सरसों के खेत में नवजात बच्ची को जिंदा मिट्टी में दबाने के मामले की जांच कर रही पुलिस ने क्षेत्र में लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान पुलिस को पता चला कि गांव के शादीशुदा और एक बच्ची के पिता नरेंद्र का गांव में एक युवती के घर आना जाना था। इसी दौरान नरेंद्र और युवती के बीच अवैध संबंध हो गए। नरेंद्र के साथ शारीरिक संबंध बनाने की वजह से युवती गर्भवती हो गई। युवती की हालत शनिवार की रात अचानक बिगड़ गई। इस पर नरेंद्र डॉक्टर से दवा दिलाने युवती को लेकर गांव देहपा जा रहा था। प्रसव पीड़ा से परेशान युवती ने रास्ते में ही नवजात बच्ची को जन्म दे दिया। इसके बाद नरेंद्र और बिन ब्याही मां बनी युवती ने तय किया कि बच्ची को यहीं मार दें। इस पर बिन ब्याही मां बनी युवती ने अपने प्रेमी नरेंद्र के साथ मिलकर पास में ही सरसों के खेत की मट्टी खोदकर उसमें नवजात बच्ची को जिंदा दबा दिया।
बच्ची की रोने की आवाज सुनकर पहुंचे थे ग्रामीण
नखासा थाना क्षेत्र के मन्नीखेड़ा गांव के ग्रामीण रविवार को दिन में अपने खेतों पर काम रहे थे। अचानक मनोज के सरसों के खेत से बच्चे की रोने की आवाज सुनकर चौंके। ग्रामीणों ने खेत में जाकर देखा तो नवजात बच्चा मिट्टी में दबा था। ग्रामीणों ने आनन-फानन में बच्ची को जमीन से बाहर निकाला गया। गांव के चौकीदार अख्तर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद से पुलिस नवजात को मिट्टी में दबाने वाली मां की तलाश कर रही थी।
तीन साल से युवती और उसके शादीशुदा प्रेमी के बीच थे संबंध
नखासा थाना क्षेत्र के गांव दरियापुर राजदेव निवासी नरेंद्र की पत्नी पांच वर्ष पहले किसी बात पर नाराज होकर अपने बेटी को साथ लेकर चली गई थी। युवती का मकान जंगल में बना हुआ है और युवती का पिता नरेंद्र की जमीन ठेके पर लेकर खेती करता है। इससे नरेंद्र का युवती के घर लगातार आना-जाना था। पुलिस के अनुसार नरेंद्र ने करीब तीन वर्ष पहले 16 वर्ष की उम्र में युवती को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। इस दौरान नरेंद्र और युवती के बीच शारीरिक संबंध भी स्थापित हो गए। तब से दोनों अक्सर पति पत्नी की तरह शारीरिक संबंध बनाते थे। इसके चलते ही युवती गर्भवती हो गई।
पुलिस सुरक्षा में चल रहा नवजात का उपचार
गांव मन्नीखेड़ा में सरसो के खेत में मिट्टी में दबी मिली बिन ब्याही मां और उसके शादीशुदा प्रेमी की नवजात बच्ची को पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया था। इसके बाद से उसका लगातार इलाज चल रहा है। इलाज के बाद से नवजात बच्ची की हालत में लगातार सुधार दिखाई दे रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को अभी काफी समय तक अस्पताल में ही रहना होगा। वहीं जिला अस्पताल में नवजात बच्ची की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मी की ड्यूटी लगाई गई है।