मुरादाबाद। मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का शनिवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल थे। उन्हें तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती किया गया था, जहां शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया। सर्वेश सिंह के बेटे और बिजनौर की बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुशांत सिंह ने पिता के निधन की पुष्टि की है।

दिल्ली में हुई थी सर्जरी

मुरादाबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद सर्वेश सिंह को लंबे समय से मुंह में तकलीफ थी। इसी के चलते कुछ दिन पहले उनकी दिल्ली में सर्जरी हुई थी। इसके कारण वह लोकसभा के लिए नामांकन वाले दिन से चुनाव क्षेत्र से गायब थे। उनके बेटे ने ही चुनाव की कमान संभाल रखी थी। आराम मिलने पर वह अमित शाह की रैली में मंच पर दिखे थे। 19 अप्रैल को मतदान के बाद फिर से तबीयत असहज लगने पर वह शुक्रवार को देर रात दिल्ली के एम्स में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे थे। पूर्व सांसद के भतीजे और प्रतिनिधि अमित सिंह ने बताया कि शनिवार को एम्स में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। देर रात तक उनका शव पैतृक गांव लाया जाएगा। उनके निधन की जानकारी मिलते ही सियासी और सामाजिक हलके में शोक की लहर दौड़ गई। देर रात किसी समय पार्थिव शरीर मुरादाबाद पहुंचेगा।

मुरादाबाद सीट से 2014 में बने थे सांसद
कुंवर सर्वेश सिंह 2014 में मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इससे पहले 2009 में वह पहली बार मुरादाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन से हार गए थे। भाजपा ने 2019 में भी उन्हें प्रत्याशी बनाया पर सपा-बसपा के गठबंधन में वह सपा प्रत्याशी डा. एसटी हसन से चुनाव हार गए। इस बार भी पहले उनका टिकट होल्ड रहा, लेकिन बाद में पार्टी ने उन्हें ही प्रत्याशी घोषित कर दिया। सर्वेश सिंह सांसद बनने से पूर्व ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके हैं। उनके पिता रामपाल सिंह भी इसी सीट से चार बार विधायक और एक बार अमरोहा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं।

मुरादाबाद में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद सर्वेश सिंह के निधन के बाद शनिवार को चुनाव कार्यालय पर गमगीन बैठे पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक।

कार्यकर्ताओं के लिए अफसरों से भिड़ जाते थे सर्वेश
सर्वेश सिंह अपने समर्थकों के लिए अक्सर अफसरों से भिड़ जाते थे। विधायक और सांसद रहने के दौरान वह कार्यकर्ताओं के लिए अफसरों से भिड़ते रहे थे। वह 2007 में बसपा प्रत्याशी से विधानसभा का चुनाव हारे थे। इसके बाद सपा के शासनकाल में भी 2012 में भी ठाकुरद्वारा से विधायक बने। इस बीच 2014 का लोकसभा चुनाव लड़े और जीते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार उनके रतूपुरा आवास पर भी आ चुके हैं।

लोकसभा चुनाव में 19 अप्रैल को किया था मतदान

मुरादाबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह भले ही अपनी गंभीर बीमारी के कारण चुनाव प्रचार को बाहर नहीं निकले, लेकिन 19 अप्रैल को हुए मतदान के लिए वह घर से निकले और मतदान केंद्र तक पहुंच कर अपना वोट भी डाला। पूर्व सांसद के प्रतिनिध अमित सिंह कहते हैं कि इसके बाद ही उनकी तबीयत खरीब हुई और जांच के लिए एम्स ले जाया गया था। जहां पर उन्होंने आखिरी सांस ली।

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