प्रयागराज, अभिव्यक्ति न्यूज। Prayagraj Maha Kumbh में हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाने के उद्देश्य से श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। Prayagraj Maha Kumbh में मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए देश-विदेश से करोड़ों लोग संगम तट पर पहुंचे। Prayagraj Maha Kumbh में आस्था के स्नान का यह दृश्य भारतीय संस्कृति और परंपरा की गहराई को दर्शाता नजर आ रहा था। ब्रह्म मुहूर्त में ही लोगों ने पतित पावनी गंगा और संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाकर सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की। Prayagraj Maha Kumbh में अखाड़ों ने अपनी परंपरा के अनुसार Amrit Snan करके देश-दुनिया में सुख और शांति की कामना की।

Prayagraj Maha Kumbh में आधी रात बीतते ही लगने लगी आस्था की डुबकी

Prayagraj Maha Kumbh में मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए आधी रात से श्रद्धालु सिर पर गठरी उठाए और बगल में झोला लेकर आधी रात से ही गंगा की तरफ दौड़ रहे थे। संगम क्षेत्र में आधी रात से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। बुजुर्ग, महिलाएं और युवा, सभी अपने सिर पर गठरी लादे आस्था से भरे हुए संगम की ओर बढ़ते दिखे। स्नान के लिए श्रद्धा ऐसी थी कि लोग आधी रात बीतते ही गंगा के पवित्र जल में डुबकी लगाना शुरू कर चुके थे।

घाटों पर गूंजे हर हर महादेव और गंगा मैया के जयघोष

Prayagraj Maha Kumbh में मकर संक्रांति पर संगम क्षेत्र के 12 किलोमीटर में फैले स्नान घाटों पर आधी रात बीतने के साथ ही हर हर महादेव, जै गंगा मैया और जय श्री राम के जयघोष सुनाई देने शुरू हो गए। अखाड़ों के परंपरागत Amrit Snan के साथ ही आम श्रद्धालुओं ने भी त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। संगम के आसपास गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ चारों ओर से देखी गई। देश-दुनिया से आए करोड़ों लोग सिर्फ गंगा में पवित्र डुबकी लगाने को लालायित दिखे।

Prayagraj Maha Kumbh में अखाड़ों ने परंपरागत तरीके से किया Amrit Snan

Prayagraj Maha Kumbh में मकर संक्रांति पर पहले Amrit Snan पर अखाड़ों ने परंपरागत तरीके से आस्था और उत्साह के साथ त्रिवेणी में पवित्र डुबकी लगाकर देश-दुनिया की सुख-समृद्धि की मां गंगा से प्रार्थना की। परंपरा के अनुसार सबसे पहले पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के नागा साधुओं ने भाला, त्रिशूल और तलवारों के साथ अपने शाही स्वरूप में Amrit Snan किया। साधु-संत घोड़े और रथों पर सवार होकर शोभायात्रा में शामिल हुए, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो गया। उनके साथ चल रही भजन मंडलियों और श्रद्धालुओं के जयघोष ने माहौल को और दिव्य बना दिया। इसके साथ ही अन्य अखाड़ों के Amrit Snan का सिलसिला शुरू हो गया जो देर शाम तक जारी रहा।

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध, घुड़सवार पुलिस ने किया मार्च

Prayagraj Maha Kumbh में मकर संक्रांति पर होने वाले स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए। हर मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की गहन जांच की गई। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती से पूरा आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा। डीआईजी कुम्भ मेला वैभव कृष्ण, एसएसपी राजेश द्विवेदी समेत पुलिस टीम ने घोड़े के साथ Prayagraj Maha Kumbh मेला क्षेत्र में मार्च किया और Amrit Snan करने जा रहे अखाड़ों के साधुओं का मार्ग प्रशस्त किया।

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