नई दिल्ली। श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बुधवार को कहा कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। उन्हें राजनीति से नहीं जोड़ा जा सकता। माना जा रहा है कि श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ती यह टिप्पणी कांग्रेस द्वारा राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को दिए गए निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद आई है।
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, एक बात समझ नहीं आती कि भगवान राम राजनीतिक कैसे हो गए या उनके प्रति श्रद्धा रखने वाले उनके अनुयायी उन्हें राजनीतिक बना रहे हैं। अगर भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, तो राजनीति उनके साथ कैसे जुड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा, भगवान राम का दृष्टिकोण सबके लिए समान है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त 22 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे है।
पूरी दुनिया के हिंदुओं की आस्था को सम्मान
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा, यह एक ऐतिहासिक अवसर है। भगवान राम अयोध्या के हैं। भगवान राम मंदिर में आएंगे और उनका अभिषेक होगा, जिसे हम प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। उन्होंने कहा, न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हिंदुओं को लगता है कि उनके अधिकारों को मान्यता दी गई है और उनकी आस्था का सम्मान किया गया है।
गर्भगृह का निर्माण हो गया पूरा
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, मंदिर का निर्माण एक तरह से पूरा हो गया है। राम लला के मंदिर में एक गर्भगृह है और उसका निर्माण पूरा हो गया है। उन्होंने यह बयान इन आरोपों के बीच दिया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अधूरा होने पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह कैसे किया जा रहा है।
राम राज मिट्टी उपहार में दी जाएगी
देशभर में 11 हजार से अधिक मेहमानों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए ट्रस्ट से निमंत्रण मिला है, जिसमें सभी उपस्थित लोगों को यादगार उपहार प्रदान करने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। ट्रस्ट के एक सदस्य के अनुसार, मंदिर से निकली पूजनीय राम राज मिट्टी मेहमानों को दी जाएगी, जो एक यादगार स्मृति चिन्ह के रूप में काम आएगी। इस पवित्र उपहार का उपयोग घर के बगीचों या गमलों में किया जा सकता है।