देहरादून, अभिव्यक्ति न्यूज। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को जौलजीबी मेला का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि जौलजीबी मेला राज्य के लिए एक अनमोल धरोहर है, जो सदियों से भारत-तिब्बत, भारत-नेपाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में आपसी सौहार्द बढ़ाता है। इस अवसर पर 64.47 करोड़ की 18 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने मेले में लगाए गए विभिन्न स्टालों पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जा रहे विभिन्न उत्पादों को देखा और लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने का आह्वान किया।

नेपाल से इस क्षेत्र का रोटी और बेटी का संबंध

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जौलजीबी मेला हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोने का कार्य करता है। उत्तराखंड का नेपाल और तिब्बत से सदियों से सांस्कृतिक संबंध चला आ रहा है। इस क्षेत्र का नेपाल के साथ रोटी और बेटी का संबंध है। केदारनाथ और पशुपतिनाथ के बीच आध्यात्मिक यात्रा से भी दोनों राष्ट्रों के सबंधों को मजबूती मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला छोटे व्यापारियों, किसानों और कारीगरों को अपने उत्पादों का मंच प्रदान करने का बड़ा माध्यम है। हमारी अनेक प्रकार की औषधियों को प्रोत्साहित करने में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

प्रधानमंत्री मोदी के आदि कैलाश आने के बाद क्षेत्र में पर्यटन बढ़ा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आदि कैलाश आने के बाद इस क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार 10 हजार से अधिक लोगों ने आदि कैलाश के दर्शन किए हैं। किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा मंडवा, झिंगोरा और अन्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए स्टेट मिलेट मिशन को मंजूरी दी गई है। सीमांत क्षेत्रों के विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इन क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक कार्ययोजनाओं की मंजूरी दी गई है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 पौराणिक मंदिरों को विकसित किया जा रहा है।

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