नई दिल्ली, अभिव्यक्ति न्यूज डेस्क : हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा में बगावती सुर तेज हो गए हैं। भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होते ही टिकट न मिलने से नाराज नेताओं का पार्टी से इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। पिछले तीन-चार दिनों में भाजपा नेता रणजीत सिंह चौटाला, आदित्य चौटाला, सावित्री जिंदल और कविता जैन समेत कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही कई पदाधिकारियों ने भी पार्टी छोड़ दी है। चुनाव के मौके पर भाजपा नेताओं की बगावत पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। हालांकि डैमेज कंट्रोल के लिए पार्टी के बड़े नेता सक्रिय हो गए हैं और रूठों को मनाने में जुटे हैं।

टिकट के लिए दूसरे दलों से भी परहेज नहीं

हरियाणा विधानसभा चुनाव की पहली लिस्ट जारी होते ही भाजपा में भूचाल आ गया। टिकट के तमाम दावेदारों के बीच ही कई मंत्रियों और मौजूदा विधायकों के नाम लिस्ट से गायब मिले। ऐसे तमाम नेताओं ने अब बगावती कदम उठा लिए हैं। रानियां से टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल रणजीत सिंह चौटाला ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वह हर हाल में रानियां विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। चाहे किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ना पड़े। एच एस ए एम बोर्ड के चेयरमैन आदित्य चौटाला भी बगावती तेवर दिखाते हुए इस्तीफा दे दिया है। वे डबवाली से टिकट मांग रहे थे। पहली लिस्ट में नाम न आने से नाराज बताए जा रहे हैं।

भाजपा में आ गया कांग्रेसी कल्चर

पूर्व मंत्री और हरियाणा भाजपा ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रमुख करणदेव कंबोज ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वह और उनका परिवार जनसंघ के समय से ही भाजपा का हिस्सा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब भाजपा में भी कांग्रेसी कल्चर आ गया है। पिछले दिनों जिन लोगों ने उत्पात मचाया उन्हें भाजपा में शामिल कराया गया और टिकट दिया गया। उन्होंने पांच साल काम किया और सबसे ज्यादा ओबीसी समाज को पार्टी से जोड़ा। यह पार्टी के बाकी कार्यकर्ताओं के साथ धोखा है। हम इस पर आपत्ति जताएंगे। कांग्रेस यहां सरकार बनाएगी और बीजेपी का सपना सपना ही रह जाएगा।

सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान

भाजपा के लिए सबसे बड़ा झटका जिंदल परिवार की नाराजगी है। टिकट न मिलने से नाराज सावित्री जिंदल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। मैं अपने लोगों की सेवा करना चाहती हूं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है। हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर मांडी ने भी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।

टिकट न मिलने पर फूट-फूट कर रोयी थीं कविता जैन

पूर्व मंत्री कविता जैन भी टिकट न मिलने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके कई समर्थकों ने भी अपनी नेता के साथ पार्टी से इस्तीफा दिया है। टिकट न मिलने पर वह फूट-फूट कर रोईं थीं। रतिया से बीजेपी विधायक लक्ष्मण नापा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बीजेपी ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को सिरसा से टिकट दिया है। इससे लक्षमण नापा नाराज हो गए। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।

भाजपा संगठन के जुड़े कई नेताओं ने भी छोड़ी पार्टी

हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज शमशेर गिल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। दादरी से किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष विकास उर्फ बल्ले सोनीपत के विधानसभा चुनाव प्रभारी अमित जैन ने भी इस्तीफा दे दिया है। अमित जैन बीजेपी युवा राज्य कार्यकारिणी के भी सदस्य थे। हिसार से भाजपा नेता दर्शन गिरि महाराज और सीमा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।

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