हरिद्वार। नानकमत्ता के डेरा कारसेवा के प्रधान बाबा तरसेम के हत्यारोपी शार्प शूटर को उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने सोमवार की देर रात मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी के पास से 32 बोर की पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, तीन खोखे और बाइक बरामद की है। मुठभेड़ के दौरान एक शार्प शूटर पुलिस टीम को चकमा देकर खेत और जंगलों से होता हुआ फरार हो गया। शार्प शूटर की शिनाख्त अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू (48) पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर (पंजाब) के रूप में की गई है। पुलिस ने शार्प शूटर का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।
मुरादाबाद भागने की फिराक में थे शार्प शूटर
कुमाऊं के नानकमत्ता थाना क्षेत्र स्थित डेरा कार सेवा के प्रधान बाबा तरसेम की बाइक सवार दो शार्प शूटरों ने 28 मार्च को गोलियां दागकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से शार्प शूटरों की पहचान की गई थी। हत्याकांड में शामिल कई आरोपियों की स्थानीय पुलिस गिरफ्तारी कर चुकी है, लेकिन शार्प शूटर पुलिस की गिरफ्त से दूर थे। एसटीएफ की टीम शार्प शूटरों की लगातार तलाश कर रही थी। एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस को सोमवार की देर रात सूचना मिली कि तरसेम हत्याकांड के शार्प शूटर सहारनपुर से भगवानपुर के रास्ते मुरादाबाद भागने की फिराक में हैं। इसके बाद जिलेभर की पुलिस को हाईअलर्ट पर रखकर शॉर्प शूटरों की तलाश शुरू कर दी गई। रुड़की के समीप भगवानपुर के इमलीखेड़ा में नीलकंठ ढाबे के पीछे संपर्क मार्ग पर दोनों आरोपी बाइक पर आते पुलिस को दिखे।
जवाबी फायरिंग में गोली लगने से मारा गया अमरजीत
पुलिस टीम ने बाइक सवार बदमाशों को रुकने और आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन उन्होंने खुद को घिरता देख पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने अपने वाहनों की आड़ लेकर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इसमें अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू (48) पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर (पंजाब) को गोलियां लगीं, जबकि बाइक पर बैठा दूसरा शॉर्प शूटर भाग निकला। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि घायल अवस्था में आरोपी अमरजीत सिंह को रुड़की के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे जांच में मृत घोषित कर दिया।
शार्प शूटर अमरजीत को लगी सात गोलियां
उत्तराखंड के बहुचर्चित बाबा तरसेम हत्याकांड के शार्प शूटर की मुठभेड़ से भगवानपुर कस्बा गूंज उठा। कस्बे के जिस संपर्क मार्ग पर देर रात पुलिस और शार्प शूटरों की ओर से फायरिंग हुई वहां मंगलवार को पूरा रास्ता सुनसान रहा। सोमवार देर रात 12:30 बजे जब पुलिस को शार्प शूटरों के बारे में सूचना मिली, तभी पुलिस अलर्ट मोड में आ गई थी। एसटीएफ के साथ मिलकर जिला पुलिस ने शार्प शूटरों की घेराबंदी कर ली। शॉर्प शूटरों की ओर से 32 बोर की पिस्टल से छह राउंड फायर किए गए, जबकि पुलिस ने सरकारी हथियार से करीब आठ राउंड फायर किए। इनमें से सात गोलियां अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू को लगीं।