हरिद्वार, अभिव्यक्ति न्यूज डेस्क। अंडर वर्ल्ड छोटा राजन का दाहिना हाथ रहे माफिया प्रकाश पांडे उर्फ पीपी अब संतई करेंगे। अल्मोड़ा जेल में बंद पीपी को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरि और महंत सुरेंद्र पुरी ने दीक्षा देकर उन्हें अखाड़े में शामिल किया। इसके साथ ही जूना अखाड़ा के आधिपत्य वाले कई मंदिरों की महंतई भी उन्हें सौंपी गई है। उधर, अल्मोड़ा जेल में 90 के दशक के दुर्दांत अपराधी को दीक्षा देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इसके बाद जूना अखाड़ा के संरक्षक श्री महंत हरि गिरि जी महाराज ने पूरे प्रकरण की जांच कराने की बात कही है।
हत्या और अपहरण का आरोपी पीपी बना प्रकाशानंद गिरि
हत्या और अपहरण जैसे संगीन मामलों में आरोपी डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को श्री पंच दसनाम जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरि, महंत सुरेंद्र पुरी तथा हिंदू संगठन से जुड़े नेता कृष्ण कांडपाल की मौजूदगी में अल्मोड़ा जेल में गुरु दीक्षा दी गई और इसके बाद उसका नया नाम प्रकाशानंद गिरि रखा गया। महंत राजेंद्र गिरि ने कुंभ में प्रकाशानंद गिरि का मुंडन संस्कार किया जाएगा उसके बाद आगे के दायित्वों पर विचार किया जाएगा।
प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उर्फ प्रकाशानंद गिरि को महामंडलेश्वर बनाने की तैयारी
जूना अखाड़े के संतों ने पीपी को दीक्षा देने के बाद उत्तराखंड के कई प्रमुख मंदिरों का मुख्य महंत भी मनोनीति करने का ऐलान किया है। इनमें मुख्य गंगोत्री भैरव मंदिर, गंगोलीहाट के लंबकेश्वर मंदिर महादेव, मुनस्यारी में कालिका माता मंदिर और काला मुनि मंदिर आदि शामिल हैं। कई मंदिरों का महंत घोषित करने के बाद पीपी को महामंडलेश्वर की पदवी देने की भी तैयारी है।
पीपी को दीक्षा प्रकरण में जेल प्रशासन दे रहा सफाई
माफिया डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को अल्मोड़ा जेल में दीक्षा दिए जाने की खबर बाहर आते ही प्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक और पुलिस-प्रशासनिक हल्कों में हलचल मच गई। विवाद खड़ा होने के बाद से जेल प्रशासन बचाव की मुद्रा में सफाई देने सामने आया। डीआईजी जेल दधिराम मौर्य ने कहा कि अल्मोड़ा जेल प्रशासन से इस प्रकार के आयोजन की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। सामान्य दिनों में मिलाई के दौरान दीक्षा दी गयी होगी। इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
विवाद खड़ा होने पर जूना अखाड़े ने बैठाई जांच
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के साथी रहे माफिया प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को अल्मोड़ा जेल में जूना अखाड़े के संतों द्वारा दीक्षा दिए जाने के मामले में विवाद बढ़ने पर जूना अखाड़े के संरक्षक श्री महंत हरिगिरि ने कहा कि डॉन को अल्मोड़ा जेल में दीक्षा दिए जाने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने इसे गलत ठहराते हुए कहा कि मामले की जांच के लिए वर्तमान और निवर्तमान सात पदाधिकारियों की समिति बना दी गई है, जो अपनी जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट देगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही प्रकाश पांडेय को संत बनाने वाले संतों पर कार्रवाई की जाएगी।