देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। बाबा केदार की पंचमुखी चल-विग्रह उत्सव डोली गुरुवार को धूमधाम से परंपरागत तरीके से केदारनाथ पहुंची। इस दौरान सेना के बैंड ने धार्मिक धुनें बजाईं, जबकि प्रदेश सरकार की ओर से डोली के स्वागत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई गई। केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों के लिए शुक्रवार सुबह खोल दिए जाएंगे। उत्तराखंड के चारधामों में शामिल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी शुक्रवार को खुलेंगे, जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुलेंगे।
बाबा केदार की डोली गुरुवार की सुबह गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रवाना हुई। पूरे रास्ते डोली का श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने स्वागत किया। डोली जैसे ही बेस कैंप पर पहुंची तो भक्त भाव-विभोर हो गए। डोली के अपराह्न तीन बजे मंदिर परिसर में पहुंचते ही सेना के बैंड की धुन पर भक्तों ने भोलेनाथ के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। डोली के स्वागत में प्रदेश सरकार की ओर से हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा कराई गई।
बाबा केदारनाथ के आज खुलेंगे कपाट
धार्मिक परंपरा के अनुसार केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग, जिला प्रशासन, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों और हक-हकूधारियों की मौजूदगी में शुक्रवार को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे। पहले दिन कपाट खुलने से लेकर शाम पांच बजे तक भक्त दर्शन कर पाएंगे। केदारनाथ मंदिर को 20 कुंतल फूलों से सजाया गया है। इस क्षेत्र के रक्षक कहलाने वाले भगवान भैरवनाथ के कपाट 11 मई (शनिवार) को खुलने के साथ ही केदारनाथ मंदिर में बाबा केदार की आरती और भोग व्यवस्था शुरू हो जाएगी।
यमुनोत्री-गंगोत्री धाम के भी आज ही खुलेंगे कपाट
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि शुक्रवार को गंगोत्री धाम में विधिविधान के साथ गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोचारण के साथ ठीक दोपहर 12:25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल के अनुसार, शुक्रवार को ही रोहिणी नक्षत्र में 10:29 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्रद्धालओं से परंपरा और धार्मिक स्थल की महत्ता को समझते हुए मर्यादित व्यवहार बनाने की अपील की है।