लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार की रात आश्चर्यजनक तरीके से बड़ा फैसला लेते हुए भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी के साथ ही पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है। उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि उनके भाई और आकाश के पिता आनंद कुमार पार्टी मूवमेंट के लिए पूर्व की तरह काम करते रहेंगे।
सीतापुर रैली के बाद से आकाश पर लटक रही थी तलवार
मायावती ने कहा है कि पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन पार्टी तथा मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। आकाश आनंद ने सीतापुर में 28 अप्रैल को चुनावी सभा के दौरान भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया था। उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया था जिसके चलते उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। मायावती ने इसके बाद उन्हें दिल्ली वापस भेजते हुए सभी चुनावी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया था। इसके बाद से ही आकाश पर खतरे की तलवार लटक रही थी।
मायावती के भाई आनंद कुमार संभालते रहेंगे जिम्मेदारियां
मायावती ने आकाश आनंद को लेकर पूरी स्थिति साफ करते हुए कहा है कि बसपा एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आत्म-सम्मान तथा स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेंट है। इसके लिए कांशीराम और स्वयं उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है। अब इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। आकाश चूंकि अभी पूर्ण परिपक्व नहीं हैं इसीलिए उन्हें दायित्वों से मुक्त किया जा रहा है और उनके पिता आनंद कुमार पार्टी तथा मूवमेंट में जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा है कि बसपा का नेतृत्व पार्टी तथा मूवमेंट के हित और डॉ. भीमराव आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग तथा कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।