गया। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त गुरुवार को अपने पूर्वजों के पिंडदान के लिए गया पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद मंदिर स्थित हनुमान मंदिर परिसर में बैठकर पिता स्व. सुनील दत्त, माता नरगिस समेत छह पीढ़ी के पूर्वजों के लिए पिंडदान कर मोक्ष की कामना की। गयापाल पंडा विश्वनाथ मेहरवार दाढ़ी वाले की देखरेख में पिंडदान की प्रक्रिया को पूरा किया गया। सफेद रंग के कुर्ता-पजामा पहने दत्त ने पिंडदान के बाद श्री विष्णुचरण के दर्शन-पूजन भी किए। उन्होंने विशेष तौर पर फल्गु घाट, वट वृक्ष और देवघाट पर पिंडदान किया। फिल्म अभिनेता के पहुंचने की सूचना मिलते ही मंदिर परिसर के आसपास भारी भीड़ जमा हो गयी। मंदिर में संजय दत्त ने भी जय श्री राम व बाबा भोलेनाथ के नारे लगाए। उन्होंने 45 मिनट में पूरा पिंडदान किया।
एयरपोर्ट से सीधा विष्णुपद पहुंचे संजू बाबा
इसके पहले संजय दत्त मुंबई से चार्टर विमान से सीधे गुरुवार की दोपहर गया एयरपोर्ट उतरे। वहां से करीब 3 बजे विष्णुपद पहुंचे। भारी सुरक्षा के बीच दक्षिण में स्थित नए निकास द्वार से विष्णुपद में प्रवेश किया। विष्णुपद परिसर में स्थित हनुमान मंदिर परिसर में पिंडदान किया। यहां पंजाब के गयापाल विश्वनाथ मेहरवार दाढ़ी वाले के सानिध्य में करीब डेढ़ तक बैठकर गया श्राद्ध किया। आचार्य मनोज मिश्रा ने पिंडदान कराया। दक्षिण की ओर मुंह कर बैठे संजय दत्त ने पिता स्व. संजय दत्त की तस्वीर सामने रखकर पिंडदान कर मोक्ष की कामना की। गयापाल अमरनाथ मेहरवार ने बताया कि एकदिनी कर्मकांड के तहत फल्गु, विष्णुपद और अक्षयवट का विधान किया। हनुमान मंदिर से सीधे संजय दत्त विष्णुपद के गर्भगृह पहुंचे। यहां विष्णुचरण पर पिंड अर्पित किया।
श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति ने किया स्वागत
संजय दत्त विष्णुपद गर्भगृह से मंदिर परिसर में स्थित श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के कार्यालय भी गए। यहां समिति की ओर से विष्णुचरण, प्रसाद व अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया। समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल व ने कहा कि संजय दत्त ने अपने पूर्वजों के लिए गया श्राद्ध किया। इस मौके पर मणिलाल बारीक सहित अन्य गयापाल मौजूद रहे।
मैं अयोध्या जरूर जाऊंगा : संजय दत्त
पितरों का पिंडदान करने गया पहुंचे बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने कहा कि वह अयोध्या जरूर जाएंगे।
फिल्म अभिनेता दत्त गुरुवार की दोपहर चार्टर विमान से गया एयरपोर्ट पर पहुंचे। विष्णुपद से जाने से पहले चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि वे अपने पिता के लिए पिंडदान करने आए थे। वहीं, अयोध्या जाने पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं अयोध्या जरूर जाऊंगा। इसी तरह विष्णुपद में पिंडदान के बाद भारी भीड़ के बीच एक बार फिर अयोध्या जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे जरूर जाएंगे। इसके बाद वह सीधे मंदिर की ओर चले गए। पूजा-अर्चना के बाद संजय दत्त बोधगया के लिए रवाना हो गए।