हल्द्वानी, अभिव्यक्ति न्यूज। पिथौरागढ़ जिले में चल रही Territorial Army (प्रादेशिक सेना) की भर्ती में शामिल होने के मंगलवार को टनकपुर और हल्द्वानी पहुंचे उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के युवाओं ने जमकर हंगामा किया। पिथौरागढ़ जाने के लिए बसें न मिलने और टैक्सी चालकों द्वारा मनमाना भाड़ा मांगे जाने पर Territorial Army में कैरियर बनाने आए युवकों का सब्र जवाब दे गया और वह तोड़फोड़ पर उतारू हो गए। टनकपुर में गुस्साए युवकों ने रोडवेज की कई बसों के शीशे तोड़ डाले। उग्र हो रहे युवकों को खदेड़ने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। हल्द्वानी में भी युवकों ने हंगामा किया। बाद में प्रशासन ने निजी स्कूलों की बसों से युवाको को पिथौरागढ़ भिजवाया।
बसें मिली नहीं, टैक्सी वाले मांग रहे थे मनमाना किराया
पिथौरागढ़ में चल रही Territorial Army भर्ती के लिए उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्यों से युवक सोमवार रात से हल्द्वानी और टनकपुर पहुंचने लगे थे। दोनों ही जगह मंगलवार सुबह तक बड़ी संख्या में युवकों का जमावड़ा हो गया। युवकों के झुंड पिथौरागढ़ जाने के लिए सवारी की तलाश में इधर-उधर भटकते रहे। पिथौरागढ़ के लिए बसों की व्यवस्था नहीं होने और टैक्सियों द्वारा मनमाना भाड़ा वसूलने से युवकों का गुस्सा भड़क गया। आक्रोशित युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित युवकों ने पथराव करके रोडवेज की कई बसों के शीशे भी तोड़ डाले। भारी भीड़ और युवाओं के उग्र रूप को देखते हुए पुलिस फोर्स ने लाठीचार्ज कर दिया। हालांकि पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया लेकिन इससे युवाओं की भीड़ छंट गई। एसपी अजय गणपति ने बताया कि युवाओं द्वारा बसों के शीशे तोड़े जाने पर पुलिस को नियंत्रण के लिए हल्का लाठी चार्ज करना पड़ा। हल्द्वानी में भी Army भर्ती के लिए पिथौरागढ़ जा रहे युवकों ने हंगामा किया।
हल्द्वानी से 160 और टनकपुर से 40 बसें भेजी गईं
Territorial Army में भर्ती होने आने युवकों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पिथौरागढ़ के लिए बसों की व्यवस्था करने में जुटे रहे। रोडवेज ने टनकपुर, लोहाघाट, पिथौरागढ़ डिपो के अलावा ऊधमसिंह नगर, नैनीताल और देहरादून तथा अन्य स्थानों से बसों की व्यवस्था कराई। रोडवेज के मंडलीय प्रबंधक आलोक कुमार बर्नवाल ने बताया कि मंगलवार को अपराह्न 12 बजे तक टनकपुर से 40 से भी अधिक बसें पिथौरागढ़ को भेजी गई, लेकिन युवकों की संख्या उम्मीद से काफी ज्यादा होने से दिक्कत आ रही है। एआरटीओ सुरेंद्र कुमार द्वारा जीप-टैक्सी संचालकों को मनमाना किराया न लेने की कड़ी हिदायत के बावजूद भी टैक्सी संचालकों को मनमाना भाड़ा वसूला गया। हल्द्वानी से रोडवेज, केमू की बसें, प्राइवेट बसें, निजी स्कूलों की बसें और टैक्सियों से युवाओं को पिथौरागढ़ भिजवाया गया।